हेलो दोस्तो। हमारी दुनिया में हर इंसान में कुछ न कुछ कमियां होती तो कुछ खासियतें भी होती हैं और हर इंसान एक दूसरे से कहीं न कहीं। लेकिन कुछ लोगों की स्थिति भी काफी खास होती है और ये उन्हें आम लोगों से अलग बनाती है। ये इतने अलग और स्पेशल होते हैं कि लोग इन्हें सुपर ह्यूमन भी कह देते हैं। ये ऐसे लोग होते जिन्होंने अपने अंदर की कमियों को ही अपनी खासियत में बदल दिया या फिर कोई सुपर एबिलिटी ने पहले से ही मिली हुई होती है तो दोस्तों में कशिश।
दुनिया के कुछ बेहद यूनीक और सुपर एबिलिटी वाले इंसानों के बारे में।
ब्रायन हवाना
साउथ अफ्रीका के रग्बी प्लेयर ब्रायन हवाना केवल लंबी नहीं खेलते। इनके पास कुछ और यूनिक पॉवर भी है। ये काफी तेज दौड़ सकते हैं इतनी तेज कि इन्हें रग्बी का फास्टेस्ट प्लेयर भी माना जाता है। इसीलिए तो एक बार ब्रायन ने चीते से भी जीत मिली थी यानि रग्बी का फास्टेस्ट प्लेयर वर्ड से धरती का फास्टेस्ट मैमथ। ये रेस ब्रायन ने लुप्त हो रहे चीते को बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए लगाई थी। पर ब्रायन ने इससे भी काफी चुनौतीपूर्ण काम किया।
एक बार जब इन्होंने एक एरोप्लेन से रेस लगाने की ठानी। फिर क्या हुआ। ब्रिटिश एयरवेज का एयर बस इतनी एटी लाया गया जो कि दुनिया का सबसे बड़ा रुपये होता है। ये तो पक्की बात है कि इंसान उड़ नहीं रहे ना ही प्लेन से तेज हमारी स्पीड डे पर ब्रायन की चुनौती थी। रनवे पर उड़ने से पहले रफ्तार भले प्लेन को पीछे छोड़ना। फिर ये रेस आखिर में शुरू हो गई। एक रनवे पर एयर बस इतनी छोटी को लाया गया। दूसरे रनवे पर उसे थोड़ी दूरी पर ब्रायन थे। ये रेस का भी अजीबो गरीब तिगांव के मुकाबला टक्कर का नहीं था लेकिन ब्रायन अपनी पूरी ताकत से और एरोप्लेन दूसरे रनवे पर स्पीड भरने की लगातार कोशिश कर रहा था। कुछ लोग इनका हौसला भी बढ़ा रहे थे। देखने तक इस नीच लाइन में पहले एरोप्लेन पहुंच गया। फिर ब्रायन पर दोस्तों अपनी पूरी ताकत लगा कर ब्रायन ने आखिरकार एरोप्लेन से पहले ही फिनिश लाइन को पार कर लिया और अपनी सुपर स्पीड से दौड़ने वाली एबिलिटी लोगों को दिखा दी।
ज्योति आमगे
1993 नायडू स्त्री ने न पूर्ण बदलवा ज्योति की उम्र 27 साल है पर उनकी हाइट महज सिक्स डिग्री सेंटीमीटर या फिर दो फिट से कुछ ज्यादा है इसीलिए इनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।दुनिया की सबसे छोटी महिला के रूप में ज्योति ने अपनी छोटी हाइट को अपनी कमजोरी नहीं बल्कि अपनी ताकत समझ लिया। वैसे तुम्हारी दुनिया में हमेशा हाइट ज्यादा होने को तरजीह दी जाती है पर ज्योति ने इस छोटी एड के दम पर कई इंडियन रियलिटी शोज में पार्टिसिपेट किया।
ज्योति यहीं नहीं रुकी उन्होंने अमेरिकन टीवी शो में भी काम किया और अब वो पूरी दुनिया में काफी फेमस से और एक सेलिब्रिटी बन चुकी हैं।
सुल्तान कोसैन
ज्योति आमगे दुनिया की सबसे छोटी वोट देने वाली सुल्तान को से दुनिया के सबसे लंबे इंसान ने नंदी ने टैटू में टर्की ने जिनमें सुल्तान को स्किन की हाईट एट फिट टू पॉइंट एक टू इंच है। इस शोध जिनता ये सबसे लंबे इन्सान थे और इतिहास के साथ में सबसे लंबे वेरिफाइड इन्सान यही हैं। ये इतने लंबे हो गए ऐज ग्रुप में गाली नाम के सिन्ड्रोम की वजह से जिसकी वजह से इनकी ग्रोथ हार्मोन्स काफी ज्यादा हो गए और इसी वजह से इनकी हाइट लगातार बढ़ती चली गई। ये तुर्की के एक किसान ने अपनी ज्यादा एड की वजह से ने बहुत सारी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। इन्हें चलने में भी प्रॉब्लम होती है।
लेकिन दोस्तो इनकी इसी हाइट की वजह से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दुनिया के सबसे लंबे इन्सान के रूप में इनका नाम भी दर्ज हो गया और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एक इवेंट में ज्योति जो की दुनिया की सबसे छोटी महिलाएं उनके साथ दुनिया के सबसे लंबे इन्सान सुल्तान कोसम को बैठाया गया तब तो ऐसा लगना तक ये दोनों लोग एक प्लेनेट के नहीं हैं क्यूंकि इन दोनों की हाइट ने बहुत सदफ फर्क नजर आ रहा था।
सुल्तान के हाथ की उंगलियां जितनी मोटी थी उतना मोटा ज्योति का पूरा हुआ था। इन दोनों को साथ में देखना वाकई में लोगों को काफी हैरान करना था क्यूंकि दोनों ही लोगों ने अपनी कमजोरी को अपनी सबसे बड़ी ताकत बना लिया और इसीलिए ये दोनों लोग पूरी दुनिया में सेलीब्रेटी बन गए। बहुत ज्यादा लंबा होने की वजह से सुल्तान के पैरों में फिट होने वाले शूज भी नहीं मिलते और न इनके कपडे आसानी से बन पाते। नॉर्मल कार में ये फिट नहीं हो पाते पर लंबे होने के कुछ फायदे भी हैं। जैसे कि सुल्तान से बास्केट बॉल में कोई नहीं जीत सकता है क्योंकि इनके लिए बॉल को फेंक कर निशाना लगाने की जरूरत नहीं है। ये अपने हाथ से बॉल को आसानी से बास्केट केन्द्र डाल सकते हैं और अपनी बौद्ध सदन लंबाई की वजह से ये बहुत से देशों में ट्रेवल कर चुके ने कई सारे इवेंट्स में बुलाए जाते है और ये अपनी लाइफ से काफी खुश हैं।
मैंडी सेलर्स
इंग्लैण्ड की इस लेडी के एक लीवर डिजीज की वजह से सब कुछ तो सही है बट इनके पैर कुछ ज्यादा ही बड़े हो गए।इनके पैर इतने ज्यादा बड़े होने की वजह से वो कुछ चल नहीं सकती। 2010 में इनके एक पैर में इन्फेक्शन हो गया जिसकी वजह से डॉक्टर्स ने इनके उस पैर को काट दिया। लेकिन अब डॉक्टर्स इनकी ट्रीटमेंट काफी तेजी से कर रहे हैं ताकि इनके पैरों के शेप को नॉर्मल इंसान के पैरों की तरह बनाया जा सके।
गैरी टर्नर।
गैरी टर्नर भी ब्रिटिश हैं। यह एक रबर मैन। इसकी मुझे जेनेटिक्स डिसऑर्डर जिसका नाम है एल्फ्रेड नोज सिंड्रोम। इसकी वजह से गैरी टर्नर अपनी ही बॉडी की स्किन इतनी ज्यादा खींच सकते हैं कि उन्हें मास्क लगाने की जरूरत नहीं वो अपनी स्किन से अपनी नाक को बंद कर सकते हैं यानी ये खुद की स्किन का मास्क बना लेते हैं। इन्हें द मैन विद द मोस्ट इलास्टिक स्किन ऑन द प्लैनेट का टाइटल भी दिया गया है। वो सदा अपनी स्किन को स्ट्रेच कर लेते हैं।
sara geurts
ये दुनिया की सबसे ज्यादा झुर्रियों यानी रिंकल्स वाली महिला ये जब दस साल की थी तभी इनकी स्पेशल एबिलिटी सामने आ गई। इनके लिए स्किन कंडीशन ने जिसका न मैं डर मैं टॉस पर एक्सिस एल्डर्स डेयर लोस बिल या निक्की ईटीएस जिसकी वजह से इनकी स्किन में बहुत सारे रिंकल्स आ गए वो भी बेहद कम एज से। लोग इन्हें 50 से 60 साल की उम्र का समझते हैं जबकि इनकी उम्र अभी केवल 29 साल है। दुनिया में लोग रिंकल्स को बुरा समझते हैं और उन्हें मिटाने के लिए तरह तरह की चीजों का इस्तेमाल करते हैं।
लेकिन सर ऐसा बिल्कुल भी नहीं समझती और इसीलिए उन्होंने मॉडलिंग का प्रोफेशन चुना। इस वक्त इन्स्टाग्राम पर उनके एक लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं और रिंकल्स को अपनी खूबी बता कर प्रेजेंट करती हैं।
मार्टिन शिवड़ी
मार्टिन मिशीगन यूएसए में जब पैदा हुए तब से उन्हें कई सारी प्रॉब्लम्स फेस करनी पड़ रही थी।वो अपने पैरों को सीजर्स के शेप में मुंह करके चल पड़ते यानी नॉर्मल तरह से चलना उनके लिए काफी मुश्किल या फिर इम्पॉसिबल थे। मार्टिन को आर्ट थ्रू ग्रीन पोस्ट्स नाम की रेयर डिजीज है। इसकी वजह से उसके जोड़ मसल सही से विकसित नहीं हो पा रहे और इसी वजह से उसे चलने फिरने में काफी ज्यादा प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती है।
डॉक्टर्स ने स्टार्टिंग बतादें की मार्टिन चार साल से ज्यादा जिंदा नहीं रह सकेगा पर उसके पैरेंट्स ने हार नहीं मानी और उसके इलाज में काफी सादा कोशिशें की और इसी वजह से मार्टिन एक नॉर्मल लाइफ जीता है और 19 साल की उम्र में उसने अपना ड्रायविंग लायसेंस भी हासिल कर लिया। मार्टिन ने अपना प्रोफेशन बिजनेस एंड मैनेजमेंट को चुना है।
मिशेल कीस
मिशेल कीस एक यंग महिला है जो देखने में छोटा बच्चा लगती है इनकी उम्र 24 साल है और ये एक ऐसे जेनेटिक डिसऑर्डर का शिकार हैं जो पूरी दुनिया में केवल लगभग 250 लोगों को ही है। किसी हेलर मैन स्किन सिंड्रोम कहा जाता है। इसकी वजह से मिशेल की बॉडी नॉर्मल लोगों की तरह नहीं लगती और उन्हें लाइफ में काफी सारी प्रॉब्लम्स फेस करनी पड़ती हैं। फिर भी वो अपनी लैब से काफी ज्यादा खुश हैं क्योंकि मिशेल की केवल बॉडी न्यूज बोलें बाकी वो एक नॉर्मल इनसान गीत रहेंगे
आहरण bro
वैसे तो फास्ट फूड खाना सभी को पसंद होता है पर हम सभी के लिए अच्छा ये है कि हमें कम भूख लगे और हम ज्यादा फास्ट फूड न खाएं। पर अहं रोज जुड़वा भाई है। इन दोनों की एक ऐसा सिंड्रोम है जिसकी वजह से ये हर वक्त भूखे ही रहते हैं और इन्हें हर वक्त बस खाना चाहिए। वेल खाना न हो तब भी चलेगा क्यूंकि ये लोग कुछ भी खा सकते हैं। इसके लिए इनकी मां फ्रिज को लॉक करके रखती हैं तो ये अपनी कैट और डॉग का खाना तक खा जाते हैं। मामला यहीं पर नहीं रुकता। अगर उसका खाना भी हटा दिया जाए तो फिर ये लोग घर में रखे हुए सूप या फिर सफाई करने वाले दूसरे लिक्विड को भी खाने की कोशिश करते हैं। इन्हें हर वक्त बस कुछ न कुछ खाते ही बनाए। यहां तक कि इनकी बीमारी ऐसी है कि कुछ भी न मिलने पर ये जुड़वा भाई कूड़े को निकाल कर खा चुके हैं।
इस रियल सिंड्रोम का नाम में प्राक्टर विली सिंड्रोम एंड ओटिस ये काफी खतरनाक कंडीशन है जो इन लड़कों के साथ साथ इनकी मां की परेशानी का भी सबब है लेकिन इतनी सारी प्रॉब्लम्स को फेस करने के बावजूद इनकी मां अपने बच्चों को काफी सही से पालने की कोशिश करती हैं।
बेन अंडरवुड
तीन साल की उम्र में बेन की आंखों की रोशनी पूरी तरह चली गई थी। अब ऐसे में उसे दिखता बिल्कुल भी नहीं था लेकिन बेन ने हार नहीं मानी और एक ऐसी ट्रिक सीख ली थी जिसकी वजह से वो बिना देखे ही लगभग सारे काम कर लेता था जो देख सकने वाला इंसान करेगा।
यानी बेन अपने मुंह से एक स्त्री की आवाज निकाल है तथा जब वो आवाज वापस आती तो उसे सुनकर मूमेंट करने में उन चीजों का पता लगाने में मदद मिलती थी। बेन वही ट्रिक का यूज कर रहा था जिसका यूज बैट केन की चमगादड़ करते हैं और इसी ट्रिक का यूज करके न सिर्फ वो बाइसिकिल चला सकता था बल्कि वो काफी अच्छे से रोलर स्केट्स का भी यूज करता था। कुछ भी न दिखने के बावजूद उसे किसी के सहारे की जरूरत नहीं पड़ती थी। हालांकि 19 साल की उम्र में बेन की मौत हो गई।
तो दोस्तो इन लोगों के बारे में जानकर हमें ये जरूर पता चलता है कि हर इंसान में कुछ न कुछ कमी होती है तो कुछ न कुछ खूबियां भी होती हैं और अगर हमारे अंदर कोई कमी है भी तो भी हमें उसे अपनी खूबी समझकर उसका यूज करना चाहिए।